यह सफलता की कहानी जशपुर जिला मुख्यालय से सटे ग्राम गुटरी की है । इस ग्राम में रहने वाले कृषक गोवर्धन राम कृषि कार्य कर अपने 3 बेटों एवं 3 बेटियों का पालन-पोषण करते हैं । उनकी पत्नि सम्पति बाई घर का काम करने के साथ-साथ कृषि कार्य में भी उनका हाथ बटाती है । गोवर्धन राम का सबसे छोटा बेटा गंगा राम है, जिसने कक्षा 10 वीं में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में प्रवेश लिया था, इसके पहले कक्षा 9 वीं तक की पढ़ाई इसने जशपुर के एक प्राईवेट विद्यालय में की थी । पढ़ाई में सामान्य रहने वाले गंगा राम को भी यह अनुमान नहीं था कि वह एक दिन जे.ई.ई. मेंस परीक्षा में सफल हो जायेगा, पर विद्यालय के प्राचार्य विनोद गुप्ता एवं शिक्षकों के मोटिवेशन और उसकी स्वयं की मेहनत ने अपना रंग दिखाया और गंगा राम ने जे.ई.ई. मेंस की परीक्षा में 81 परसेंटाईल लाकर एन.आई.टी. में इंजीनियरिंग हेतु अपनी सीट सुरक्षित कर ली ।
बालक गंगा राम के पिता गोवर्धन राम का कहना है कि मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि उनके बेटे ने सीमित साधनों के बीच रहकर इतनी बड़ी सफलता प्राप्त की है । वही गंगा राम अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के साथ विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षकों को देते हैं, और कहते हैं कि यदि जशपुर में आत्मानंद विद्यालय प्रारंभ नहीं होता तो शायद उसे यह सफलता प्राप्त नहीं होती ।
0 Comments